
गणेश चतुर्थी के अवसर पर 19 सितंबर को नए संसद भवन में संसद की पहली कार्यवाही होगी। हालांकि संसद के विशेष सत्र की कार्यवाही 18 सितंबर को पुराने भवन में ही शुरु होगी। जानकारी के लिए बता दें कि इसी साल 28 मई 2023 को पीएम नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन किया था और इसे देशवासियों को समर्पित किया था।
पुराना संसद भवन 1927 में बनकर तैयार हुआ था, जो वर्तमान में लगभग 100 साल पुराना होने जा रहा है। इस संसद भवन में वर्तमान जरूरतों के मुताबिक स्थान का अभाव था। दोनों सदनों में सांसदों के बैठने की सुविधाजनक व्यवस्था भी कम पड़ रही थी। इन बातों को ध्यान में रखते हुए लोकसभा और राज्यसभा दोनों के प्रस्ताव पारित कर सरकार से संसद के लिए नया भवन बनाने का आग्रह किया था। संसद का नवनिर्मित भवन भारत की गौरवशाली लोकतांत्रिक परंपराओं और संवैधानिक समृद्ध करने का काम करेगा।
नया संसद भवन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है, जो सदस्यों को अपने सदस्यों को अपने कामकाज को बेहतर ढंग से करने में मदद करेगा। नए संसद भवन से 888 सदस्य लोकसभा में एकसाथ बैठ सकेंगे। संसद के वर्तमान भवन में लोकसभा 543 और राज्यसभा में 250 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था है। भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए संसद के नवनिर्मित भवन में लोकसभा में 888 सदस्यों और राज्यसभा में 384 सदस्यों की बैठने की उच्चतम व्यवस्था है। दोनों सदनों का संयुक्त सत्र लोकसभा चैंबर में होगा।