क्या ऑब्जर्वर कका वाली हरियाणा की राज्यसभा सीट सुरक्षित…या खेल सतरंज के घोड़े वाली…पढ़ें
अविनाश दुबे,रायपुर। चार राज्यों में आज राज्यसभा के लिए मतदान होने वाला है. एआईसीसी ने मुख्यमंत्री बघेल को राजीव शुक्ला के साथ हरियाणा के लिए ऑब्जर्वर बनाया है, जहां कांग्रेस के प्रत्याशी अजय माकन को जीत दिलाने की जिम्मेदारी मिली है. महाराष्ट्र, राजस्थान और कर्नाटक की तरह हरियाणा में भी राज्यसभा का चुनाव बेहद दिलचस्प हो चुका है.
आज हरियाणा में दो सीट के लिए मतदान होने जा रहा है. 90 सदस्यीय वाले हरियाणा विधानसभा मे 40 विधायक भाजपा के पास है। वहीं कांग्रेस के पास कुल 31 विधायक है. भाजपा के सहयोगी दल जेजेपी के पास 10 विधायक है,जबकि इंडियन नेशनल लोक दल और हरियाणा लोकहित पार्टी के पास एक-एक विधायक हैं. वहीं सात विधायक निर्दलीय हैं.
आपको बता दें कि 40 विधायकों के पास सीधी जीत के लिए आवश्यक 31 प्रथम वरीयता के वोटों से नौ अधिक विधायकों की संख्या है.लेकिन मीडिया क्षेत्र से जुड़े कार्तिकेय शर्मा के मैदान मे उतरने के साथ ही राजनीतिक पंडितों के कान चौकन्ने और नेता जी के बदलते बोल दूसरी सीट के लिए चुनाव दिलचस्प कर दिया है.
गजब की बात यह की कुर्सी के इस खेल में कुर्सी का पहिया किस ओर झुक जाएगा यह तो सूत्र वाले ईश्वर को भी इस बार पता नहीं चल पाया है। अच्छे अच्छे राजनीतिक विशेषज्ञ खुद से हरियाणा व महाराष्ट्र राज्यसभा के कुर्सी पर दाव लगाए बैठे है. हालांकि आना वाला समय ही बताएगा आखिरकार किस राजनीतिक विशेषज्ञ की गुत्थी उनके मन मष्तिस्क के हिसाब से सेट बैठी. कार्तिकेय भाजपा-जजपा गठबंधन, अधिकांश निर्दलीय और हरियाणा लोकहित पार्टी के एकमात्र विधायक गोपाल कांडा का समर्थन प्राप्त है.
भाजपा ने पूर्व मंत्री कृष्ण लाल पंवार को मैदान में उतारा है, जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. विधानसभा में कांग्रेस के 31 सदस्य हैं, जो उसके उम्मीदवार को जीतने में मदद करने के लिए पर्याप्त है. लेकिन क्रॉस वोटिंग की स्थिति में इसकी संभावनाएं खतरे में पड़ सकती हैं.
आपको बता दें कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत भजन लाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई कथित तौर पर पार्टी से नाराज हैं. अगर यह नाराजगी राज्यसभा के वोटिंग में फूट पड़ी तो कांग्रेस को जीत हासिल करना मुश्किल पड़ सकता है.