अब अलग-अलग चार्जर के झंझट से मिलेगी मुक्ति! कंपनी ने निकाला वन नेशन-वन चार्जर वाला समाधान, पढ़ें ये काम की खबर…
नई दिल्ली: मोबाइल और लैपटॉप चार्ज करने के लिए अब आपको अलग-अलग चार्जर के झंझट से मुक्ति मिल सकती है. दरअसल, यूरोपीय यूनियन ने एक बड़ा परिवर्तन किया है, इस बदलाव के बाद अलग-अलग चार्जर की निर्भरता समाप्त होकर सिर्फ एक चार्जर पर बनी रहेगी।
अक्सर देखा गया है कि लोग जल्दबाजी में या किसी और वजह से चार्जर रखना भूल जाते हैं, जिसकी वजह से उनका स्मार्टफोन या लैपटॉप कई बार काम के वक्त बंद हो जाता है, ऐसे में लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
इत्तेफाक से अगर कोई अन्य व्यक्ति चार्जर रखा भी तो उसके चार्जर के पिन का साइज मैच नहीं खा पाता, जिसकी वजह से काम बीच में ही अटक जाता है, ऐसे ही कुछ समस्याओं से निजात दिलाने के लिए संभवतः यूरोपीय यूनियन ने ये बड़ा बदलाव किया होगा।
यूरोपीय यूनियन के इस परिवर्तन के बाद अब आपको अपने फोन के लिए अलग-अलग चार्जर नहीं लेना पड़ेगा। यूरोपीय यूनियन ने कहा है कि अब किसी भी तरह के स्मार्टफोन, टेबलेट, डिजिटल कैमरा, हेडफोन जैसे गैजेट्स के लिए एक ही तरह का चार्जर उपयोग किया जा सकेगा।
खास बात ये है कि इसके लिए USB टाइप-C को सभी गैजेट्स के लिए कंपल्सरी कर दिया गया है, इसे 2024 तक सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पर लागू करने पर मंथन किया जा रहा है. अब इस फैसले के बाद एप्पल जैसी नामचीन कंपनी को कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, इससे हर साल करीब 250 मिलियन यूरो (2,075 करोड़ रुपए) की बचत का दावा किया जा रहा है.