पानी का इस्तेमाल प्रसाद की तरह होः मोदी
नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पंचायतों से संवाद के दौरान कहा कि यह समय बापू के सपने को साकार करने का समय है। उनका सपना था कि हर घर में जल की धार पहुंचे।
जलजीवन पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जल ही जीवन का आधार है इसिलिए प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह जल संरक्षण की ओर व्यक्तिगत रूप से ध्यान दे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने ऐप भी लॉन्च किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि हर घर में जल पहुंच जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे कई मौके आते हैं जब गांव की महिलाएं दूर-दूर जाकर पोखड़ों और तालाबों से पानी को सिर पर ढोते हुए लाती हैं, आज तक इस बात पर किसी ने ध्यान नहीं दिया है। अब जल जीवन मिशन से यह समस्या दूर की जाएगी। उन्होंने अपने सरकार की उपलब्धि बताते हुए कहा कि उनकी सरकार ने जब 2019 में जल जीवन मिशन ल़ॉन्च किया था तब मात्र तीन करोड़ घरों में ही नल से पानी पहुंचाने की सुविधा उपलब्ध दी। आज लगभग पांच करोड़ घरों में यह सुविधा पहुंचा दी गई है। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य है कि 2024 तक इस मिशन को पूरा कर सभी गांवों के घरों में स्वच्छ व शुद्ध पेयजल की व्यवस्था कर दी जाए ताकि ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को जल के लिए परिश्रम न करना पड़े।
- प्रधानमंत्री के उद्बोधन की खास बातें
– पानी का इस्तेमाल प्रसाद की तरह हो।
– हर घर में पानी पहुंचाना लक्ष्य।
– यह बापू के सपनेे को साकार करने का समय।
– बापू का जीवन लोगों को प्रेरणा देता है।
– जिसने पानी की कमी देखी हो वही इसकी कीमत समझ सकता है।
– हर घर में पानी पहुंचाने के लिए पानी समितियों का गठन किया
– गांव में मौजूद बावड़ियों को पुर्नजीवित करने का काम शुरू
– ऐप के द्वारा जल से नल तक पहुंचाने का पूरा डेटा एक्सेस हो सकेगा
– दो लाख करोड़ से ज्यादा पैसा ग्राम पंचायतों को दिया ताकी गांधीजी का सपना साकार हो सके।