पंजाब: पंजाब में सियासत बदलाव के बाद अब राजस्थान (Rajasthan) और छत्तीसगढ़ में भी सत्ता परिवर्तन के आसार बनते नज़र आ रहे है। राजस्थान (Rajasthan) के राजस्व मंत्री रहे हरीश चौधरी का कहना है। राजस्थान (Rajasthan) में ऐसा कोई बदलाव अभी फिलहाल संभव नही है। उनका कहना है की, राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास काफी विधायकों का सपोर्ट और समर्थन है। इसलिए राजस्थान (Rajasthan) में सत्ता परिवर्तन नही किया जा सकता.
राजस्थान (Rajasthan) में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सचिन पायलट खेमे को समायोजित करने के आलाकमान के फैसले से बचते रहे हैं और छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल ने अपनी ताकत दिखाने के लिए 50 से अधिक विधायकों को दिल्ली में लामबंद किया. कांग्रेस नेतृत्व दोनों राज्यों में मुख्यमंत्रियों द्वारा कांग्रेस नेतृत्व के फैसलों की अवहेलना किए जाने से नाराज है
हरीश चौधरी ने कहा कि पंजाब में बतौर पर्यवेक्षक मेरी भूमिका बहुत सीमित थी, लेकिन वहां पर विधायक ही सत्ता परिवर्तन चाहते थे। कांग्रेस ने वहां पर एक आम से कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री बनाया है। ऐसा कांग्रेस में ही संभव है। उन्होंने `कहा कि कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को बहुत कुछ दिया है।
राजस्थान (Rajasthan) के हालात बहुत अलग
हरीश चौधरी ने कहा राजस्थान (Rajasthan) और पंजाब की तुलना नहीं की जा सकती। क्योंकि यहां राजस्थान (Rajasthan) के हालात बहुत ही अलग हैं। सीएम अशोक गहलोत के पास अच्छा समर्थन है। करीब 100 विधायक उनके खेमे में हैं। इसलिए पंजाब की तरह वहां पर सत्ता परिवर्तन संभव ही नहीं है। आगे कहा कि सचिन पायलट कितनी बार राहुल गांधी या प्रियंका गांधी से मिले हैं इसकी जानकारी नहीं है।