MS Dhoni ने जीत का श्रेय दिया भाई को, किया गुणगान
स्पोर्ट्स | शारजाह (Sharjah) के शंहशाह बने धोनी (MS Dhoni). विराट कोहली (Virat Kohli) की RCB को 6 विकेट से रौंद पॉइंट्स टैली में फिर से टॉप पर काबिज हुए चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings). लेकिन, धोनी (MS Dhoni). को शारजाह का शहंशाह बनाया किसने? RCB के खिलाफ CSK की जीत की स्क्रिप्ट लिखी किसने? जवाब है – धोनी का भाई. वो भाई जिसकी बनाई रणनीतियों के आगे घुटने टेक गए विराट कोहली. IPL में CSK की सफलता का फंडा है- मैच अलग, हीरो अलग. और, RCB के खिलाफ जीत में हीरो बना धोनी (MS Dhoni). का भाई, जिसका गुणगान धोनी ने मैच के बाद खूब किया. अब भाई बोला है तो लड़ने झगड़ने का हक तो बनता है. लिहाजा धोनी ने उस वजह का भी खुलासा किया, जिसे लेकर उनके और भाई के बीच थोड़ी ठन जाती है.
जाहिर है कि अब आप धोनी के इस भाई के बारे में सोचकर हैरान हो रहे होंगे. तो धोनी का ये भाई कोई और नहीं बल्कि उन्हीं की टीम चेन्नई सुपर किंग्स के एक मेंबर डीजे ब्रावो हैं. धोनी ने मैच के बाद किए पोस्ट प्रजेन्टेशन में ब्रावो का बखान करते हुए उन्हें अपना भाई बताया.
ब्रावो मेरा भाई- धोनी
धोनी ने ब्रावो को लेकर कहा, ” हमारे लिए अच्छी बात ये है कि वो फिट हैं. और अपने प्लान को सही अमल में ला रहे हैं. मैं उन्हें अपना भाई कहता हूं. हमारे बीच अक्सर उनके स्लोअर बॉल फेंकने को लेकर झगड़ा होता है. लेकिन मैं उनसे कहता हूं कि अब सब जानते हैं कि वो धीमी गति की गेंद डालते हैं. इसलिए मैं उनसे एक ओवर में 6 अलग गेंदें डालने को कहता हूं. जब भी उन्हें मौका मिला है, उन्होंने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई है.”
3 विकेट लेकर ब्रावो बने मैन ऑफ द मैच
RCB के खिलाफ CSK की जीत में चमकने वाले धोनी के मुंहबोले भाई ने मैच के दौरान 3 विकेट चटकाए. ये विकेट उन्होंने 4 ओवर में 24 रन देते हुए लिए. अब बिना रणनीति के तो जीत मिल नहीं सकती. लिहाजा, रॉयल चैलेंजर्स को अपने चंगुल में फंसाने के लिए ब्रावो ने भी खास रणनीति बनाई थी, जिसका जिक्र उन्होंने मैच के बाद किया.
ब्रावो ने RCB के खिलाफ बनाई रणनीति का किया खुलासा
ब्रावो ने मैच के बाद बताया, ” RCB मजबूत टीम है. उनके पास विराट जैसा खिलाड़ी है. उनका विकेट हमारे लिए महत्वपूर्ण था. मैंने चीजों को सिंपल रखने पर जोर दिया. मैं बस अपनी गेंदबाजी में वैरिएशन रखा. मैंने मैच में अराउंड द विकेट गेंदबाजी की. वाइड यॉर्कर डाली, लेग स्टंप यॉर्कर फेंकी. ऐसा इसलिए किया ताकि बल्लेबाज ये सोचने लगे कि बॉल किधर जाएगी. और इससे मुझे सफलता मिली.”