रायपुर- भारत युवाओं का देश है, यहां पर युवाओं की आबादी निरंतर बढ़ रही है। यह माना जाता है कि 2025 तक लगभग दो-तिहाई भारतीय इसमें शामिल होंगे। युवा देश की प्रगति में अधिक से अधिक योगदान दें, इसके लिए शिक्षा(Education) को उच्च गुणवत्तायुक्त बनाना होगा। इससे युवाओं को अच्छी शिक्षा प्राप्त होगी और इस प्रतिस्पर्धा के युग में मजबूत कर स्थान बना पाएंगे और राष्ट्र निर्माण में अधिक से अधिक योगदान दे पाएंगे।
यह बात राज्यपाल सुश्रीअनुसुईया उइके ने कही। वे एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ इन्फॉरमेशन टेक्नोलॉजी, उत्तर प्रदेश नोएडा द्वारा आयोजित आई.सी.आर.आई.टी.ओ.-2021 अंतर्राष्ट्रीय कान्फ्रेंस के उद्घाटन समारोह को वर्चुअली संबोधित कर रही थी। उन्होंने उच्च शिक्षा (Education) को बेहतर बनाने के लिए एकजुट होने और सार्थक प्रयास करने का आव्हान किया।
नई शिक्षा नीति-2020 में सभी वर्गों का समावेश
राज्यपाल ने कहा कि भारत सरकार की नई शिक्षा(Education) नीति-2020 में सभी वर्गों को समावेशी शिक्षा देने, जेंडर इन्क्लूजन फंड बनाने पर भी विशेष जोर दिया गया है। शिक्षा नीति में राष्ट्रीय शोध फाउंडेशन बनाने की बात कही गई है, जिससे विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में शोध को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा निजी विश्वविद्यालय को निर्देश दिया गया है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम करें और उसे जल्द लागू करें।